धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा : सामाजिक चेतना के अग्रदूत
भगवान बिरसा मुंडा की एक ऐसे महान आदिवासी क्रांतिकारी नेता थे, जिनका संघर्ष ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ जनजागृति और […]
भगवान बिरसा मुंडा की एक ऐसे महान आदिवासी क्रांतिकारी नेता थे, जिनका संघर्ष ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ जनजागृति और […]
भारतीय सनातन संस्कृति में सम्पूर्ण सृष्टि को परिवार माना गया है, जहाँ प्रकृति के प्रत्येक रूप को ईश्वर का स्वरूप
“मुझे सही फैसले लेने में विश्वास नहीं है। मैं फैसले लेता हूँ और फिर उन्हें सही बनाता हूँ।” – रतन
समाज में शिक्षक का स्थान अनादिकाल से ही पूजनीय रहा है। शिक्षक ही शिक्षा का प्रमुख आधार होता है। वह
अगले पांच वर्ष दुनिया के लिए संकट का काल है। अभी जबकि पश्चिम एशिया में इजरायल और ईरान के बीच
भारतीय सनातन संस्कृति में गुरु का स्थान परमात्मा से भी ऊपर माना गया है। प्रत्येक वर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा
नदी और मानव का संबंध मानव इतिहास के प्रारंभ से ही रहा है। पाषाण युग से प्राचीन संस्कृतियों के साक्ष्य
एयर कंडीशनिंग आधुनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है, जो गर्मियों के महीनों में चिलचिलाती गर्मी से आराम