युवाओं के पथ प्रदर्शक स्वामी विवेकानन्द
भारत की पावन भूमि में समय-समय पर महापुरुषों ने जन्म लेकर सम्पूर्ण मानवता के कल्याण में अतुलनीय एवं अप्रतिम योगदान […]
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भारतीय दर्शन में, शिक्षक को गुरु के रूप में देखा जाता है, जो सिर्फ ज्ञान ही नहीं देता, बल्कि अज्ञान
भारत अपनी स्वाधीनता के 79वें वर्ष के गौरवशाली पड़ाव पर पहुंच कर ‘अमृतकाल’ की यात्रा पर अग्रसर है। यह अमृतकाल
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को केंद्र सरकार ने देश की बदलती आवश्यकताओं और वैश्विक मानकों को ध्यान में रखते हुए
भारत में हाल के दिनों में बाढ़ से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और
भारतीय सनातन संस्कृति में गुरु को परमात्मा से भी श्रेष्ठ स्थान प्राप्त है। यह परंपरा न केवल शिक्षा के माध्यम
भगवान बिरसा मुंडा की एक ऐसे महान आदिवासी क्रांतिकारी नेता थे, जिनका संघर्ष ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ जनजागृति और
भारतीय सनातन संस्कृति में सम्पूर्ण सृष्टि को परिवार माना गया है, जहाँ प्रकृति के प्रत्येक रूप को ईश्वर का स्वरूप
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2024 के हाल ही में घोषित परिणामों में, प्रतिष्ठित
इतिहास के झरोखे से एक महत्वपूर्ण संधि दक्षिण एशिया का इतिहास युद्धों, तनावों और शांति की क्षणिक आशाओं से भरा