रीवा, मध्यप्रदेश। रीवा में स्थित कोठी कंपाउंड शिव मंदिर के सामने प्रत्येक रविवार को रोटी योजना के अंतर्गत गरीब एवं वृद्धजनों को निःशुल्क भोजन कराया जाता है। आपको बता दें की इस कार्य की शुरुआत 2015 से हुई। निरंतर 9 वर्षों से यह शुभ कार्य किया जा रहा है।
साथियों जन अभ्युदय क्रांति न्यूज अपने “परिवर्तन के वाहक” कैटेगरी में समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं आदि के संघर्ष और कहानियों को आपके सामने प्रस्तुत करता है, जिससे आपको भी समाज में अच्छे बदलाव लाने की प्रेरणा मिल सके और आप भी ऐसे कार्यों को सहयोग कर सकें।
रोटी योजना जय महाकाल सेवा संघ के तत्वाधान में चलाने जाने वाली बहुत ही पवित्र कार्य है। यह कार्य संस्था के जिला प्रभारी विनय तिवारी के नेतृत्व में मनकामेश्वर मंदिर के सामने कई सहभागियों के साथ में मिलकर किया जा रहा है। जिस कोरोना काल में सभी जगह लॉकडाउन लगा हुआ था, लोग परेशान थे, भोजन के लिए भटक रहे थे, उस विपरीत समय में रीवा में कई सामाजिक संघटन लगे हुए थे, उनमें से एक यह संस्था भी है, जिसने भूखों तक भोजन पहुचाने का कार्य किया।
जय महाकाल सेवा संघ की स्थापना 2008 में संस्था के अध्यक्ष देवेन्द्र द्विवेदी के द्वारा की गई थी। यह संस्था अपने क्षमतानुसार कई सामाजिक कार्यों में भाग लेती रहती है। इस योजना के प्रभारी विनय तिवारी का कहना है की यह कार्य महाकाल के आशीर्वाद से निरंतर चल रहा है और चलता रहेगा। विनय अभी युवा हैं और उनके साथ अधिकांश युवा साथी जुड़ कर इस योजना में हाथ बटाँ रहें हैं। लड़कियाँ भी आगे आकर अपना सहयोग दिखा रही हैं। विनय लोगों से निवेदन करते हैं की जो लोग सक्षम हैं वे आगे आएँ और इस सेवा कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें। इस कार्य में सहभागी बनने के लिए आप मोबाईल नंबर 9770731292 पर संपर्क कर सकते हैं।
साथियों हमारे देश में कई ऐसी समस्याएं हैं जैसे गरीबी, भुखमरी, भ्रष्टाचार, अनैतिक प्रथाएं आदि जो केवल सरकार के अकेले प्रयास से नहीं सुलझाए जा सकते हैं, इसमें समाज के लोग, सामाजिक संघठन का सहयोग महत्वपूर्ण हो जाता है। हमारे देश में लाखों की संख्या में एनजीओ हैं लेकिन उनमें से कुछ केवल काले धन को सफेद करने, समाज, संस्कृति और राष्ट्र में अस्थिरता लाने के आंतरिक उद्देश्य से ही खोले जाते हैं, लेकिन कई ऐसे एनजीओ हैं जो बहुत अच्छा कार्य कर रहें हैं।
अगर हम सब मिलकर समाज एवं राष्ट्र के लिए अपने-अपने क्षेत्र में अपनी क्षमतानुसार सहभागी होते हैं तो निश्चित ही सकारात्मक परिवर्तन होगा। लेकिन हाँ हमें दिखावे से बाहर आकार दिल से कुछ करना पड़ेगा तभी वास्तविक परिवर्तन आएगा नहीं तो सिर्फ एनजीओ की संख्या में ही बढ़ोत्तरी आएगी; अच्छे परिवर्तन नहीं।
साथियों किसी कार्य की सफलता के पीछे बड़े-बड़े संघर्ष छिपे होतें हैं, जिस पर सामान्यतः लोगों की नजर नहीं पड़ती। जब कार्य सफल होने लगता है तब लोग मदद करने चले आते हैं अगर हम शुरुआत में ही ऐसे प्रयासों को मदद करें अपने-अपने क्षमतानुसार तो बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा। जन अभ्युदय क्रांति न्यूज समाज के ऐसे सिपाहियों से आपको रूबरू करवाती रहेगी और आपको प्रेरित करती रहेगी।
अगर आपको भी कोई व्यक्ति या संस्था समाज हित में काम करता दिखे तो उनकी कहानी हमें janabhyudaykranti@gmail.com या 9109607526 पर भेजिए। हम उनके प्रयासों को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे। धन्यवाद।
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