घातक महामारी बनता क्षयरोग
कोविड-19 के बाद वर्ष 2022 में विश्वभर में होने वाली मौतों का दूसरा प्रमुख कारण क्षय रोग(तपेदिक/टीबी) था।क्षयरोग के कारण […]
कोविड-19 के बाद वर्ष 2022 में विश्वभर में होने वाली मौतों का दूसरा प्रमुख कारण क्षय रोग(तपेदिक/टीबी) था।क्षयरोग के कारण […]
भारतीय विज्ञान का समृद्ध और शानदार अतीत रहा है, जिसमें बौधायन, आर्यभट्ट, वराहमिहिर, चरक, नागार्जुन, ब्रह्मगुप्त और सुश्रुत इत्यादि वैज्ञानिकों
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस अर्थात नेशनल साइंस डे (एनएसडी) 2024 की थीम, “विकसित भारत के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकियां”, सामाजिक चुनौतियों का
प्राचीन और सनातन भारतीय ज्ञान तथा विचार की समृद्ध परम्परा के साथ-साथ भारतवर्ष शिक्षा के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व
नर्मदा नदी का स्कंद पुराण में दिव्य रूप में वर्णन है। पुराण के अनुसार नर्मदा का जन्म भगवान शिव की
भारत में त्योहारों की एक प्राचीन और समृद्ध परंपरा रही है, जहां प्रत्येक मौसम, नई फसल के आगमन और अन्य
इस्पात विश्व भर में व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली सामग्रियों में से एक है। लौह और इस्पात उद्योग
सर्व शिक्षा अभियान का प्रमुख उद्देश्य छात्रों का नामांकन, ठहराव और न्यूनतम दक्षता हासिल करना था। अब समग्र शिक्षा का